हेलीकाप्टर द्वारा कैलाश मानसरोवर 2023 यात्रा
हेलीकाप्टर द्वारा कैलाश मानसरोवर 2023 यात्रा
हेलिकॉप्टर मार्ग से कैलाश यात्रा मार्ग में नेपालगंग एक प्रमुख केंद्र है क्योंकि हवाई जहाज़ यहीं से शुरू होती है। भारत में लगभग सभी प्रमुख शहरों में से नेपालगंज लखनऊ से काफ़ी पास (लगभग। 185 किलोमीटर) है। लखनऊ अपनी नेपालगंज से अपनी निकटता की वजह से कैलाश यात्रा के लिए केंद्र बन गया है। कैलाश यात्रा के लिए उड़ान नेपालगंज से शुरू होता है। हेलीकाप्टर मार्ग से यात्रा में नेपाल का अधिकतर यात्रा हवाई जहाज़, हेलिकॉप्टर एवम कुछ सड़क मार्ग से होती है वही तिब्बत में यह वॉल्वो बस द्वारा प्रायोजित होती है।
Tour Highlights
- कैलाश मानसरोवर हेलीकाप्टर द्वारा डारचेन में 1 अतिरिक्त दिन के साथ
- लखनऊ से शुरू होने वाले 10 रात 11 दिन यात्रा
- होटल में 5 रातऔर गेस्ट हाउस आवास में 5 रात
- आपातकालीन उपयोग के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर
- प्रभावी और आरामदायक यात्रा की लागत
- सबसे लोकप्रिय कैलाश मानसरोवर यात्रा पैकेज बहुत सारे लाभ और आश्चर्य के साथ आता है।
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Day 01: लखनऊ आगमन
प्रथम दिन आप लखनऊ आते हैं, और होटल तक पहुँचते हैं। रात का खाना और विश्राम होटेल में रहेगा। -
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Day 02: लखनऊ से नेपालगंज
नाश्ते के बाद हम नेपालगंज के लिए एसी कोच में लगभग 4-5 बजे ड्राइव करेंगे। शाम को यात्रा के बारे में बताया जाएगा। रात का विश्राम नेपालगंज में होटल सिद्धार्थ में होगा। -
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Day 03: नेपालगंज – सिमिकोट- हिलसा - पुरंग
प्रातहकालीन जलपान के बाद हम नेपालगंज हवाई अड्डे के लिया प्रस्थान करते हैं और सिमिकोट के लिए फ़्लाइट लेते हैं (40-50 मिनट्स की उड़ान) वहाँ कुछ समय के लिए विश्राम करते हैं फिर हिस्ला केलिए हेलिकॉप्टर (20 मिनट्स की उड़ान) लेते हैं। हिलसा नेपाल-तिब्बत की सीमा है और यहाँ पे अन्य सभी सह-यात्रीयों का इंतज़ार करते हैं & फिर हिलसा से तिब्बेत में प्रवेश करते हैं। यह से वोल्वो बस (३० मिनट्स) द्वारा पुरंग में प्रवेश करते हैं जहाँ पे कुछ काग़ज़ी कार्यवाही के बाद होटेल पुरंग पहुँचते हैं और विश्राम करते हैं। रात का विश्राम होटेल पुरंग में रहेगा। -
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Day 04: वातावरण अकाल के लिए पुरंग में विश्राम
पूरे अभ्यस्त और छोटी यात्रा के लिए मुफ्त दिन कैलाश पर्वत परिक्रमा के लिए तैयार करने में लिया जा सकता है। होटल में रातों रात पुरंग में रहते हैं। पुरंग एक छोटा परंतु ख़ूबसूरत शहर है जहाँ कई सौ दूक़ाने हैं। यात्रा के लिए समान ख़रीदने के लिए यह एक उचित स्थान है जहाँ आप कैलाश परिक्रमा के लिए छड़ी, मानसरोवर का जल लाने के लिया गैलन, सूखा मेवा, डिब्बा बंद फलों का जूस एवम अन्य सामान ख़रीद सकते हैं। कुछ सौदेबाजी लगभग सभी दुकानों पर यहाँ होती है। यह घूमना एक सुखद अनुभव रात्रि विश्राम होटेल पुरंग में रहेगा। -
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Day 05: पुरंग से मानसरोवर झील
अगले दिन सुबह हम जलपान के बाद मानसरोवर झील कि लिए प्रस्थान करते हैं। वोल्वो श्रेणी की बस द्वारा यह यात्रा 2 से 2.5 घंटे में पूरी होती है। इस दिन ही हमें मानसरोवर मार्ग से ही कैलाश के दर्शन होने लगते हैं। मानसरोवर पहुचने के बाद मानसरोवर झील की परिक्रमा हम बस द्वारा ही करते हैं जो कि लगभग 105 किलोमीटर की है। स्नान के पश्चात हम मानसरोवर झील के पास ही गेस्ट हाउस में विश्राम करते हैं। रात्रि में कुछ लोग मानसरोवर के मनोरम दर्शन के लिए जा सकते हैं। अगले दिन सुबह जलपान के पश्चात कुछ लोग झील के क़िनारे घुम सकते हैं। सुबह हम कुछ ध्यान पूजा झील के किनारे ही करते हैं। मानसरोवर के किनारे व्यतीत किया हुआ हर पल जीवन का कुछ सुखी पलों में से एक होता है। -
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Day 06: मानसरोवर झील से दारचेन के लिए प्रस्थान
मानसरोवर से दोपहर के भोजन के पश्चात दारचेन के लिए प्रस्थान करते हैं। यह यात्रा लगभग 1 घंटे की है। दारचेन, कैलाश परिक्रमा का बेस कैम्प है। यहाँ से कैलाश काफ़ी नज़दीक से दिखता है। अगर तिब्बती अधिकारीयों ने अनुमति दी तो अष्टापद के दर्शन करेंगे। रात्रि विश्राम दारचेन में ही गेस्ट हाउस में होगा। -
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Day 07: कैलाश परिक्रमा का प्रथम दिन
प्रातःक़ालीन जलपान के उपरांत हम बस द्वारा यम द्वार के लिए प्रस्थान करते हैं, यह यात्रा लगभग 30 मिनट्स की होगी। यमद्वार से कैलाश के उत्तरी मुख का दर्शन होता है जो सभी दिशाओं में सबसे उत्तम माना जाता है। यहाँ ग्रूप 3 भागों में बँट जाता है। इसमें कुछ लोग होंगे तो परिक्रमा नहीं करंगे, कुछ पैदल परिक्रमा करेंगे और कुछ घोड़े से करेंगे। जो कैलाश परिक्रमा नहीं कर रहे वो यह से दर्शन के उपरांत वो दारचेन गेस्ट हाउस आ जाते हैं और वहाँ हमारा रहने और खाने का होता है। जो भी घोड़े से परिक्रमा कर रहे हैं वो अपने ख़र्च पे घोड़ा करेंगे। जो भी यात्री परिक्रमा कर रहे हैं, चाहे पैदल हो या घोड़े से, सभी 40 किलोमीटर की परिक्रमा करेंगे। यम द्वार से कैलाश परिक्रमा कुल 40 KMs की है, प्रथम दिन 10 KMs, दूसरे दिन 22 KMs और तीसरे दिन 8 KMs की है। प्रथम दिन की परिक्रमा कर के हम दिरापुक पहुँचते हैं। रात्रि भोजन एवम विश्राम गेस्ट हाउस में होगा। -
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Day 08: कैलाश परिक्रमा का दूसरा दिन
अगले दिन प्रात:क़ालीन जल्दी उठकर जलपान के उपरांत दूसरे दिन की कैलाश परिक्रमा शुरू कर देते हैं। दूसरे दिन, शुरू के ६ किलोमीटर सम्पूर्ण परिक्रमा के सबसे कठिन भाग हैं। यह ६ KMs ठोड़ी खड़ी चढ़ाई है और इसको पूरा करने के उपरांत हम डोलमा-ला दर्रे के पे पहुँचते हैं जहाँ से गौरी कुंड के दर्शन होते हैं। बचा हुआ १६ KMs लगभग समतल या ढलान वाला है। सम्पूर्ण २२ KMs की परिक्रमा करने के पश्चात हम जुतुलपुक पहुँचते हैं जहाँ पे रात्रि भोजन के पश्चात विश्राम करते हैं -
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Day 09: पुरंग के लिए प्रस्थान
तीसरे दिन परिक्रमा 8 किलोमीटर की है और पूरा करने के लिए लगभग 3 घंटे लगते हैं। आम तौर पर यह 9:00 -10:00 AM तक पूरी हो जाती है। कैलाश परिक्रमा पूरी करने के पश्चात हम बस के द्वारा दारचेन जाते हैं और जो लोग परिक्रमा नहीं किए (वो दारचेन में ध्यान पूजा एवम विश्राम करते हैं) उनको ले कर पुरंग के लिए प्रस्थान करते हैं। पुरंग में हम पुरंग गेस्ट हाउस में रात्रि विश्राम करते हैं। -
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Day 10: हिलसा – नेपालगंज – लखनऊ
अगले दिन सुबह जलपान के उपरांत बस द्वारा ३० मिनट्स की यात्रा के पश्चात हिलसा पहुँचते हैं हिलसा से सिमिकोट के लिए हेलिकॉप्टर लेते हैं और फिर सिमिकोट से नेपालगंज के लिए हवाई जहाज़ लेते हैं। नेपालगंज से हम ए सी॰वाट वाहन द्वारा लखनऊ जाते हैं & वहाँ रात्रि विश्राम होटेल में करते हैं। -
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Day 11: लखनऊ
नाश्ता करने के बाद भगवान शिव के आशीर्वाद के साथ अपने घर गंतव्य के लिए आगे बढ़ने के लिए मुक्त हैं !! * अपरिहार्य परिस्थितियों में उपरोक्त विवरण संशोधन/ परिवर्तन के अधीन हैं।.
No Data Available





INCLUSIONS
- वीज़ा
- शाकाहारी भोजन (नाश्ता, दोपहर का भोजन और रात का खाना)
- निवास (हेलीकाप्टर मार्ग यात्रा में १० रातों में से ५ रातें होटल मे)
- परिवहन (उड़ान, हेलीकाप्टर व रोड) हमारी पूरी यात्रा के दौरान जहां भी यात्रा कार्यक्रम में उल्लेख किया है।
- 1 नेपाली टूर गाइड / प्रबंधक, 1 चीनी / तिब्बती टूर गाइड, शेरपा की टीम सामान धोने के लिए और बहुत सारे महाराज ले जाने के लिए तैयार करने के लिए भोजन
- समूह के आकार के अनुसार तिब्बत पक्ष में वोल्वो श्रेणी बस / कोच द्वारा परिवहन।
- मुफ्त उपहार (बैग पैक, duffle बैग और अन्य सामान)
- यात्रा के लिए जैकेट
- आपातकालीन इस्तेमाल के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर।
- हैली ट्रिप में मानसरोवर और दारचेन पर गेस्ट हाउस में शौचालय तम्बू के साथ पोर्टेबल शौचालय
- कई और अधिक आश्चर्य।
EXCLUSIONS
- किसी भी तरह का व्यक्तिगत ख़र्च
- यात्री के अपने स्थान से काठमांडू / लखनऊ आने का ख़र्च
- कैलाश परिक्रमा के लिए घोड़ा एवम घोड़े वाले का ख़र्च
- किसी भी तरह का बीमा
- किसी भी तरह के इलाज या दवा का ख़र्च
- गुड्ज़ एवम सर्विस टैक्स
- किसी भी कारण से यात्रा में बढ़े हुए दिन का ख़र्च
- तिब्बत से किसी भी कारण से पहले प्रस्थान करने पर पड़ने वाला कोई भी ख़र्च।
- किसी भी तरह की हानि या प्रतिकूल परिस्थियों में बचाव या राहत कार्य में होने वाला ख़र्च।
- जहाज़ में सामान के अतिरिक्त वज़न पे पड़ने वाला ख़र्च।
- किसी भी तरह का निजीख़र्च
- कैलाश परिक्रमा में पोनी / पोर्टर खर्चों
- किसी भी तरह का बीमा ख़र्च
- किसी भी तरह का चिकित्सा व्यय
- गाइड करने के लिए / शेरपा / ड्राइवरों / सारे महाराज / पोर्टर / पुजारी / या किसी भी चालक दल के सदस्य के लिए किसी भी तरह का दान या टिप
- खराब मौसम / फ्लाइट रद्द होने या किसी अन्य कारण से काठमांडू / नेपालगंज / सिमिकोट / हिलसा / पुरंग में अतिरिक्त दिन आवास का ख़र्च ।
- वीज़ा बंटवारे के आरोपों और परिवहन शुल्क, अगर तिब्बत से जल्दी जा।
- कुछ भी जो समावेशन में शामिल नहीं है ।
No Data Available
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Inclusions:




Route:
KATHMANDU - JANAKPUR - POKHARA - JOMSOM - POKHARA - KATHMANDU
Inclusions:





Route:
Lucknow - Nepalgunj - Smikot - Hilsa - Purang - Mansarobar
Inclusions:




Route:
KATHMANDU - POKHARA - KATHMANDU